आज के ही बात बा ...... यवनिका संस्था में एगोबड़ा ही अच्छा कलाकार बाड़ें -अमर पाठक .स्वभाव आ बात-चित में भी अच्छा --गायक हवें -शास्त्रीय आ लोकगीत गावेलन। संस्कारी होखे के चलते गायकी में भी एगो संस्कार नज़र आवे ला ......बाकि समय के ईहो मरल हवन। फटाफट नाम-दाम कमायके फेरा में ई भी अश्लील भोजपुरी गायकी की ओरतेज़ी से बढ़ रहल बाडन
समझावे के कोशिश जारी बा ,लेकिन सस्तऊवा गाना गईलाके परिणाम आदमी जानत बा ,येही सब गाना के श्रोता भी बाडन ,बाज़ार भी बा ,एहसे आपनभोजपुरी गीतन के बचा रहल बानी जा । अमर जैसन कतनानया कलाकार पैसाके फेरा में कुछुओ गावे प तैयार बाड़ें .कहीं भी परिवार के साथै यात्रा ना कर सके ,सब तरफ अश्लील गाना ही सुनातरहे ला .अब त बिआह -शादी में भी गन्दा गाना ही सुनात रहल बा ,लोग ओही प परिवार के साथै नाचत -झूमत बाड़ें .........सबके आगे आवे के चाहीं .... आपन भोजपुरी ...आपन संस्कृति के बचावे के चाहीं ...
Sunday, December 27, 2009
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