ई बिसेस बात बा लेकिन हम एकरा के हिन्दी में रख रहल बानी------------ २० सितम्बर २००९ को जैन स्कूल,आरा में bal महोत्सव का पहला चरण शुरू हुआ जिसमे सामान्य ज्ञान,कहानी लेखन ,चित्र कला तथा कार्टून की प्रतियोगिताएं थी।इस चरण में लगभग पुरे बिहार से ३५०० बच्चों ने भाग लिया .इस माहौल को देखकर बिहार के प्रधान सचिव श्री विजय प्रकाश बहुत ही प्रभावित हुए। विशिष्ट अतिथि डॉ मृदुला प्रकाश खुशी से झूम उठी थी ,वे अपनी भावनाओं को बड़ी ही मुश्किल से संभल पायीं.आई ए एस मिप्रकाश ने बच्चों ,शिक्षकों,माता-पिताओं को बताया की अपने बच्चों को सपनों में पढ़ाएं .यदि विज्ञानं ए मैथ का कोई प्रश्न हल नही हो रहा हो तो उसे बनते-बनते सो जाओ ,सुबह उठोगे तो तुम उस समस्या को ख़ुद ही हल कर लोगे क्योंकि दिमाग रात भर जगा रहता है औरअपना कामकरता रहता है। यह गप नहीं सच है.बेंजीन की संरचना के आविष्कारक को संरचना की जानकारी सपने में ही मिली थी.वे बेंजीन के बारे में सोचते -सोचते सो गए । सपना देखा की एक सांप अपनी पूंछ अपने मुंह में दबाये हुए है .जगाने पर उन्हें यह अजीब लगा ,उन्होंने सोचना शुरू कर दियाऔर निष्कर्ष निकला की यही बेंजीन की संरचना है जिसकी शुरुआत और अंत एक ही जगह पर होता है .श्री प्रकाश के अनुसार यदि बच्चा सो गया है तो ज्ञान की बातें बताते रहे ,एक महीने बाद पाएंगे की वो बच्चा उस विषय में निपुण हो गया है .
पढ़ाला के बाद अपन विचार जरुर दिहिन सबे ---- बड़ा ही उम्मीद बा ....
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